चंद्रग्रहण से देश,राजनेताओं,प्राकृतिक आपदाओं की भविष्यवाणी तथा व्यक्ति की हत्या या गंभीर दुर्घटना , सत्ता या पद से हटने की भविष्यवाणी की जाती है ! अर्थात ज़्यादातर दुखद या अशुभ भविष्यवाणियाँ ही की जा सकती है !
इससे पहले काई वृद्ध ज्योतिषियों ने भूकंप और नेताओं के दुखद अंत की भविष्यवाणियाँ सफलतापूर्वक की हैं ! जैसे गुजरात का भूकंप,नेहरू गाँधी परिवार के दुखद अंत की भविष्यवाणी दिल्ली के वृद्ध ज्ञानवान ज्योतिषी ने 20/30 साल पहले की थी ! सुशील कुमार सिंह द्वारा जापान की सूनामी का ग्रहण के माध्यम से अपने ब्लॉग में भविष्यवाणी करना आदि !
भविष्यवाणी की विधि :-
सबसे पहले देखें कि ग्रहण किन राशियों की धुरी पर पड़ रहा है ! उसके बाद यह देखें कि किन देशों , नेताओं की कुंडली को यह धुरी लग्न और सप्तम भाव को प्रभावी कर रही है ! या चंद्रमा की धुरी को प्रभावित कर रही है या सूर्य की धुरी को प्रभावित कर रही है ! यह धुरी जन्मकालीन किन भाव के स्वामियों या ग्रहों ग्रहों को प्रभावित कर रही है ! जैसे सूर्य मकर में और चंद्र कर्क में हो तो यह आपके की कुंडली की किस धुरी को प्रभावित कर रही है ! लग्न या पंचम की धुरी प्रभावित हो तो नेताओं का ज़्यादा नुकसान और अशुभ होता है !
11 के ग्रहण में सूर्य मकर और चंद्रमा कर्क राशि में है ! कभी कभी तो ग्रहण एक दो दिन पहले या एक दो दिन बाद ही अपना बुरा असर दिखा देता है क्योंकि इसका संबंध पूर्णिमा या अमावश्या से भी है ! इसका असर 6 महीने या उससे ज़्यादा भी रहता है ! इसलिए उस समय की दशायें भी महत्वपूर्ण होती हैं !
विभिन्न लोगों और दलों पर प्रभाव :-
सोनिया गाँधी - सोनिया गाँधी के लग्न और सातवें घर में पड़ रहा यह ग्रहण उनके लिए शुभ नही होगा तब जबकि उनके राहु केतु और मार्केश सप्तमेश के ऊपर से गोचर कर रहा है !महादशा भी द्वादशेष की है जो उनके सेहत और प्रतिष्ठा के लिए ठीक नहीं है !
नरेंद्र मोदी - मोदी के लग्न और चंद्र से तीसरे घर में बुरा नहीं है पर पर सूर्य से पाँचवे भाव की धुरी पर ठीक नहीं है !
अटल बिहारी बाजपेयी-
अटल जी के जन्मकालीन राहु केतु के ऊपर यह ग्रहण लगेगा जो ठीक नही है ! गोचर अष्टमेश और द्वितयेश के ऊपर से गुजर रहा है और सप्तम भाव स्थित शनि की विनषोत्तरी दशा शुरू हो गयी है ! आने वेल काल शुभ नहीं है !
अमर सिंह - अमर सिंह जिनकी लग्न मकर है उनके लग्न के ऊपर यह ग्रहण लगेगा ! लग्न और सप्तम भाव मे ही सूर्य और चंद्र है अतः लग सूर्य और चंद्र तीनों के ऊपर ग्रहण ग्रहण शुभ नहीं है सेहत और करियर दोनों के लिए ! उनकी दशा भी सूर्य की ही है जो अष्टमेश होकर अभी शुरू हुई है !